ठेकेदार

वो भारतीय सस्कृति को विश्व मे सबसे श्रेष्ठ मानता और कोशिश करता कि परिवार और मित्र जन हमेशा भारतीय परम्पराओ का पालन करें।

समय बीता, उसका दृढ़ निश्चय बढ़ा और बहुत जल्द ही वो समाज का ठेकेदार बन गया