चालाकी

टाइम मशीन बनायीं तो सोचा क्यों ना थोड़ा मज़ाक किया जाए - अपनी शादी के दिन लौटकर जूते ​कहीं और छुपा दिए। हैरान हुआ जब साली ने जूते फिर भी ढूँढ लिए। बात तो अब ईगो की थी - बार बार नयी जगह जूते छुपाता, साली हर बार ढूँढ लेती।

समझ आया - समय के साथ चालाकी चल जाती है, साली के साथ नहीं!