ध्रुव

सुबह से ही उत्साहित था, 17 साल बाद ऋषिकेश में ध्रुव और बाकी दोस्तों से मिलने का प्लान बनाया था। रात आईं, सारे दोस्त आए। साथ में ध्रुव भी था, वैसा ही अटल और चमकीला - बचपन की सारी यादें वापिस आ गई

दिल्ली के प्रदूषण में तारें कहाँ दिखते हैं!