सपने

स्कूल जाना भी कितना बोरिंग लगता है, मज़ा तो तब आता है जब कलेक्टर अंकल बारिश में छुट्टी कर देते हैं… मैं बड़े होकर कलेक्टर ही बनूँगा, और हर रोज़ छुट्टी कर दिया करूँगा!