स्याही
दोस्तों से मंत्रीजी के ऊपर स्याही फेंकने की शर्त थी - मनमौजी हूँ, मैंने तो स्याही के साथ साथ चप्पल भी फेक दी…
तब से जेल में हूँ। घरवाले ना जाने क्यों शर्मिंदा है - पर मैं खुश हूँ, एक तो मैंने मंत्रीजी की अकड़ तोड़ दी, और दो दिन में फेमस भी हो गया।
पार्षद का टिकट मिलना तो अब तय है!